Tuesday, June 1, 2021

मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन

 परिचय


            मार्गदर्शन कार्यक्रमों का आयोजन शैक्षिक संस्थानों में छात्र केंद्रित  एक समूहिक गतिविधि होती है। इस प्रकार के आयोजनों को शैक्षिक प्रक्रिया का अभिन्न अंग माना जाता है, जहाँ छात्र विभिन्न प्रकार के कैरियर से संबंधित अवसरों से परिचित होते हैं। मार्गदर्शन आयोजन प्रक्रिया एक सहभागी गतिविधि होती है जिसमें छात्रों की क्षमता को निखारने एवं अभिव्यक्त करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इसमें छात्रों को विभिन्न प्रकार की सेवाओं से अवगत कराया जाता है।

 Video Link  - मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन

मार्गदर्शन कार्यक्रम के उद्देश्य

 

1.         छात्रों को भिन्न-भिन्न प्रकार के परीक्षणों, प्रवेश परीक्षाओं, साक्षात्कार, समूह चर्चा, कौशल आदि के बारे में जागरूक करना।

2.         संस्थागत मानव संसाधनों के सहयोग से सहायता प्रदान करना। 

3.         माइक्रो (कक्षा) और मैक्रो (संस्थागत) स्तरों पर विशिष्ट मार्गदर्शन प्रदान करना।

4.         उद्योग जगत में तेज़ी से हो रहे बदलाओं, नए-नए उबरते क्षेत्रों एवं जॉब्स  के बारे में माता-पिता और शिक्षकों को अपडेट करना।

5.         विभिन्न परीक्षाओं से संबंधित अलग-अलग तरह  के भय और फोबिया से बचने एवं उन पर काबू पाने में छात्रों की सहायता करना।

6.         छात्रों को उनकी ताकत और कमजोरी की पहचान करने में मदद करना, ताकि वे अपने आप को अच्छे से पहचान सकें एवं सफल हो सकें।

7.         भावी चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त करने में उनकी मदद करना।

8.         विद्यार्थियों को इस बात के बारे में जागरूक करना की राष्ट्र निर्माण में उनकी क्या भूमिका है।

9.         विद्यार्थियों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों से कैसे निपटा जाए इस बारे में जागरूक करना।

10.       अपने-अपने क्षेत्रों में महारत हासिल किए हुए व्यक्तियों से विद्यार्थियों को रूबरू करवाना ताकि उन्हें जरूरी अभिप्रेरणा मिल सके।

11.       विद्यार्थियों के कैरियर संबंधी प्रश्नों एवं जिज्ञासा का निवारण करना।

 

मार्गदर्शन कार्यक्रम की विशेषताएं

1.         विशेषज्ञों और पेशेवरों द्वारा प्रत्येक के लिए मार्गदर्शन।

2.         ऐसे कार्यकर्मों को छात्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया जाना चाहिए।

3.         शिक्षकों और माता-पिता को इसका हिस्सा होना चाहिए।

4.         छात्रों की निर्णय लेने और समस्यायों का समाधान करने की क्षमता को निखारना करना।

5.         सभी प्रकार के मनः शास्त्रीय परीक्षणों का उपयोग करते हुआ छात्रों की अभिवृति और करियर के रुझान का आंकलन।

7.         करियर विकल्पों से संबंधित संगोष्ठियों, कार्यशालाओं और सम्मेलनों का आयोजन।

8.         छात्रों को विभिन्न परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा समय-समय पर व्याख्यान।

9.         गोपनीयता बनाए रखते हुए छात्रों की व्यक्तिगत समस्याओं के संभावित समाधान सुझाना।

10        वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषण के लिए उचित रिकॉर्ड बनाना।

 

मार्गदर्शन आयोजन द्वारा दी जाने वाली सेवाएँ

1.         व्यावसायिक अवसरों के बारे में जानकारी।

2.         कैरियर योजना सम्बन्धी सेवा

3.         व्यावसायिक तैयारी सम्बन्धी सेवाएं

4.         परामर्श सेवाएँ

5.         प्लेसमेंट सम्बन्धी सेवाएं

6.         अनुवर्तन (Follow-up) सम्बन्धी सेवाएं

7.         अनुसंधान सेवाएं

 

References:

1.         Rao, S. N. (2004). Counselling and Guidance. New Delhi: Tata McGraw-Hill.

2.         https://www.slideshare.net/ reynel89/types-of-guidance.

3.         http://www.yourarticlelibrary.com/education /guidance/guidance-types-top-3-types-of-

guidance-explained/63673.

4.         https://work.chron.com/objectives-group-guidance-2682.html.

 

                                           
                                *******

No comments:

Post a Comment

Yoga Day Meditation at Home