Thursday, June 24, 2021

स्वास्थ्य मनःशास्त्र का दायरा

 


परिचय

             स्वास्थ्य मनःशास्त्र, जिसे चिकित्सा मनःशास्त्र या व्यवहार चिकित्सा के रूप में भी जाना जाता है, मनःशास्त्र का एक ऐसी शाखा है जिसका सम्बन्ध इस बात से होता है कि जीवविज्ञान, मनःशास्त्र, व्यवहार और सामाजिक कारक किस प्रकार स्वास्थ्य और बीमारी (psychologynoteshq.com) से संबंधित होते हैं। यह शाखा बीमारी के कारण और रोकथाम के संदर्भ में स्वास्थ्य पर मन (Mind) की भूमिका पर जोर देती है।  यह शाखा बताती है कि बीमारी जैविक (जैसे वायरस), मनोवैज्ञानिक (जैसे व्यवहार, विश्वास) और सामाजिक (जैसे रोजगार) कारकों के अंतःक्रिया के कारण होती है। यह दृष्टिकोण स्वास्थ्य और बीमारी के जैव-मनो-सामाजिक मॉडल को पुनः परिभाषित करता है, जिसे एंगेल (1977, 1980) द्वारा विकसित किया गया था।

स्वास्थ्य मनःशास्त्र निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर खोजने का प्रयास करता है: -

            (i)        बीमारी क्यों होती है?

            (ii)       किस तरह व्यक्ति बीमारी के प्रति प्रतिक्रिया करता है?

            (iii)      किस तरह व्यक्ति स्वास्थ्य लाभ या बीमारी से समायोजन करता है?

            (iv)      किस तरह व्यक्ति  स्वस्थ रहता है ?

स्वास्थ्य मनःशास्त्र के क्षेत्र

             स्वास्थ्य मनःशास्त्र के निम्नलिखित क्षेत्र होते हैं:

स्वास्थ्यसंरक्षण, रोकथाम, उपचार, अनुवर्ती (Follow up) और संवर्धन (Promotion)

            (i)        तनाव और उसका सामना,

            (ii)       बीमारी के लिए जिम्मेदार मनोवैज्ञानिक चरों (Variables) की पहचान।

            (iii)      स्वास्थ्य और बीमारी का संबंध।

(iv)      स्वास्थ्य संबंधी व्यवहार।

            () स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला व्यवहार और

            () स्वास्थ्य बिगड़ने वाला व्यवहार।

(v)       रोगी-चिकित्सक संबंध।

(vi)      स्वास्थ्य और बीमारी का प्रबंधन।

(vii)     स्वास्थ्य के संदर्भ में मन और शरीर के बीच संबंध।

(viii)    जीवनशैली विकल्प।

(ix)      व्यवहार हस्तक्षेप तकनीक।

(x)       बीमारी की उत्पत्ति और सहसंबंध पर शोध।

(i)        तनाव और उसका सामना करनाएक व्यक्ति का उद्दीपक के प्रति प्रतिक्रियाओं का ऐसा स्वरूप जो व्यक्ति के मानसिक संतुलन को बिगाड़ देता है और उस व्यक्ति का दबाव का सामना करने की क्षमता से अधिक हो। दबाव (Stress) शारीरिक प्रतिक्रियाओं को संदर्भित करता है जो तब होता है जब कोई जीव भावनात्मक या शारीरिक खतरों के लिए उचित रूप से प्रतिक्रिया करने में विफल रहता है। विभिन्न तकनीकों जैसे कि सचेतन (Mindfulness), संज्ञानात्मक मनोचिकित्सा, मेडिटेशन, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, प्राणायाम, संगीत, प्रकृति आदि तनाव से मुकाबला करने में मदद करती हैं।

(ii)       बीमारी के लिए जिम्मेदार मनोवैज्ञानिक चरों की पहचानजैसे  जीवनशैली, तनावस्वास्थ्य सम्बन्धी विश्वास

(iii)      स्वास्थ्य और बीमारी का संबंधविश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, “स्वास्थ्य सिर्फ रोग या दुर्बलता की अनुपस्थिति ही नहीं बल्कि एक पूर्ण शारीरिक, मानसिक और सामाजिक खुशहाली की स्थिति है’(WHO 1946) बीमारी एक व्यक्ति का बीमारी से संबंधित व्यक्तिगत अनुभव से होता है (AIHW 2010)

(iv)      स्वास्थ्य संबंधी व्यवहार:

            () स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला व्यवहारमानव      व्यवहार में परिवर्तन          जीवन शैली को अपनाने जैसे      कि शारीरिक गतिविधियां, पोषण, पारस्परिक संबंध,   प्रतिबद्धता आदि से स्वास्थ्य संवर्धन (Promotion) को पाया जा सकता है।

            () स्वास्थ्य बिगाड़ने वाला व्यवहारस्वास्थ्य से समझौता करने वाला व्यवहार            जैसे गतिहीन जीवन शैली, जंक फूड, कम नींद, मनोवैज्ञानिक प्रदूषण आदि।

(v)       रोगी-चिकित्सक संबंधयह संबंध पारस्परिक विश्वास, नैतिक प्रथाओं और पेशेवर संबंधों पर आधारित होते हैं जो मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों द्वारा नियंत्रित होते हैं।

(vi)      स्वास्थ्य और बीमारी का प्रबंधनस्वास्थ्य और बीमारी का प्रबंधन समन्वित (Coordinated) गतिविधि होती है जिसमें रोगी, चिकित्सक और देखभाल करने वाले शामिल होते हैं।

(vii)     स्वास्थ्य के संदर्भ में मन और शरीर के बीच संबंधमन और शरीर के बीच संबंध भावनाओं, विचारों, विश्वासों, शारीरिक स्वास्थ्य आदि पर व्यक्ति के दृष्टिकोण के प्रभाव को दर्शाते हैं।

(viii)    जीवन शैली विकल्पस्वास्थ्य और बीमारी में जीवनशैली का प्रमुख योगदान होता है। स्वास्थ्य मनःशास्त्र जीवन शैली का चयन करने में मदद करता है जो सम्पूर्ण स्वास्थ्य (मनोवैज्ञानिक और शारीरिक) को बढ़ावा देता है।

(ix)      व्यवहार अंतःक्षेप तकनीकव्यवहार अंतःक्षेप (Intervention) तकनीक को पुरस्कार और प्रतिक्रिया के माध्यम से सकारात्मक व्यवहार को सुदृढ़ करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है जो स्वास्थ्य में निर्णायक भूमिका निभाता है।

(x)       बीमारी के उद्गम और सहसंबंधों पर शोधस्वास्थ्य मनोवैज्ञानिक अंतर्निहित मनोवैज्ञानिक कारणों को समझने और बीमारी शुरू करने में उनकी भूमिका का पता लगाते हैं।

 

संदर्भ:

1.         https://www.mheducation.co.uk/openup/ chapters/0335214878.pdf.

2.         http://web.fu-berlin.de/age/2000/chap23.pdf.

3.         https://www.aihw.gov.au/getmedia/fc2c053f-7707-437e-90b3-227818bba0a5/1_1-health-illness.pdf.aspx.

4.         Ogden, J. (2012). Health Psychology: A Textbook (5th ed.). Maidenhead, UK: Open University Press.

5.         Schwarzer R. & Gutierrez-Do Na, B. Health Psychology, Chap 23.

 

                                                                          *******

No comments:

Post a Comment

Yoga Day Meditation at Home