Monday, December 23, 2019

बुद्धि की प्रकृति


अर्थ
            अंग्रेजी का "Intelligence" शब्द लैटिन भाषा के 'इंटेलिजिया या इंटेलीक्टस' (intelligentia or intellēctus) शब्द से लिया गया है, जिसे 'intelligere' से लिया गया है, जिसका अर्थ होता हैसमझना या अनुभव करना
बुद्धि ग्रहणशक्ति (understanding), आत्म-जागरूकता (self awareness), अधिगम (learning), संवेगात्मक जागरूकता (emotional awareness), तर्क (reasoning), योजना (planning), रचनात्मक आलोचनात्मक चिंतन (creative and critical thinking) और समस्या समाधान (problem solving) जैसे साधनों के माध्यम से जीवन की चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सामान्य संज्ञानात्मक क्षमता होती है।

परिभाषा         
        बुद्धि को अच्छी तरह से तर्क करने, तय या फैसला करने और समझने की क्षमता के रूप में समझा जा सकता है (Binet, 1916)     
        बुद्धि का आशय पर्यावरण को समझने, सविवेक चिंतन करने तथा किसी चुनौती के सामने होने पर उपलब्ध संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की व्यापक क्षमता से है (NCERT)

       वेश्लर (1944) के अनुसार बुद्धि व्यक्ति की वह समग्र क्षमता है जिसके द्वारा व्यक्ति सविवेक चिंतन करने, उद्देश्यपूर्ण व्यवहार करने अपने पर्यावरण से प्रभावी ढंग से निपटने में समर्थ होता है।

यह लक्ष्य - निर्देशित औरअनुकूली व्यवहार होता है (स्टर्नबर्ग और साल्टर, 1982) है।

          
बुद्धि की विशेषताएं
1.       यह एक मनोवैज्ञानिक अवधारणा होती है जिसका प्रत्यक्षण तो नहीं किया जा सकता लेकिन साबित किया जा सकता है जैसे गुरुत्वाकर्षण बल।
2.      बुद्धि तर्कसंगत और तार्किक चिंतन के लिए एक मार्गदर्शक और नियामक (Regulator) के रूप में कार्य करती है।
3.         पर्यावरण के साथ अनुकूलन में सहायक होती है।
4.         समस्या समाधान का यह सर्वश्रेष्ठ मनोवैज्ञानिक उपकरण होता है।
5.         यह संज्ञानात्मक संसाधनों का प्रभावी रूप से प्रबंधन करती है।
6.         यह नई-नई कृतियों के माध्यम से अभिव्यक्त की जाती है।
7.         बुद्धि सूचनाओं के भण्डारण और प्रत्याह्वान (Recall) के लिए प्लेटफॉर्म मुहैया कराती है।
8.         बुद्धि अवधारणाओं के गठन में मुख्य भूमिका निभाती है।
9.         यह आनुवंशिकता और पर्यावरण के परस्पर क्रिया द्वारा निर्धारित होती है।


बुद्धि की प्रकृति
            बुद्धि, आनुवंशिकता द्वारा निर्धारित सीमाओं के भीतर रहकर पर्यावरणीय कारकों के प्रभाव में विकसित होती है। यह मानव मन की संज्ञानात्मक अवधारणा होती है जिसे निम्नलिखित विशिष्ट व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं व्यक्त के माध्यम से अभिव्यक्त किया जाता है: -
            - सूचना का प्रसंस्करण और समझने योग्य बनाना,
            - तेजी से संगणना (Computation),
            - स्मृति का सृजन और
            - जल्दी और उचित निर्णय लेना।
            यह मनुष्यों, जानवरों और पौधों द्वारा अपना अस्तित्व सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण के साथ अनुकूलन के लिए उपयोग में लाई जाती है। बुद्धि एक अनदेखा गुणात्मक (qualitative) बल होता है, जो पिछले अनुभवों से सीखने में मदद करता है जिसके फलस्वरूप व्यवहार में संशोधन संभव हो पाता है। यह उपयुक्त प्रतिक्रियाओं और संज्ञानात्मक योग्यता (faculty) की एक प्राकृतिक शक्ति होती है जो आत्मनिष्ठ स्तर पर संचालित (operate) होती है।
            यह तो कौशल है और ही एक आवश्यक परिस्थिति होती है लेकिन एक प्राकृतिक संज्ञानात्मक क्षमता है जिसे बढ़ाया नहीं जा सकता है। विभिन्न अध्ययनों और सिद्धांतों से पता चलता है कि इसका विकास किशोरावस्था की समाप्ति के साथ ही रुक जाता है, अर्थात वयस्कता की शुरुआत के साथ ही यह पूर्ण रूप से विकसित हो चुकी होती है । लिंग, संस्कृति, आनुवंशिकता और उद्दीप्तिकारक (stimulating) एवं प्रेरणादायक वातावरण के आधार पर प्रत्येक मनुष्य में यह अनूठे अंदाज में मिलती है।

            गार्डनर (1992) ने कहा है कि "मेरे हिसाब से, मानव की बौद्धिक क्षमता को समस्या को हल करने के कौशल का एक समुच्चय (Set) होना चाहिए - व्यक्ति को वास्तविक समस्याओं या कठिनाइयों को हल करने में सक्षम करना जिसका वह सामना करती / करता है और जब जरूरत हो, एक प्रभावी उत्पाद उपलब्ध कराए - और समस्याओं को खोजने या सृजन करने की क्षमता हो - और इस तरह नए ज्ञान के अधिग्रहण के लिए नींव डालनी होगी
     
      

सन्दर्भ:
1.        NCERT (2013). XII, Book
2.    Binet, Alfred (1916) [1905]. "New methods for the diagnosis of the intellectual level of subnormals". The development of intelligence in children: The Binet-Simon Scale. E.S. Kite (Trans.). Baltimore: Williams & Wilkins. pp. 37–90. originally published as Méthodes nouvelles pour le diagnostic du niveau intellectuel des anormaux. L'Année Psychologique, 11, 191–244
3.      Wechsler, D (1944). The measurement of adult intelligence. Baltimore: Williams & Wilkins. ISBN 978-0-19-502296-4. OCLC 219871557. ASIN = B000UG9J7E.
4.         Frames of mind: The theory of multiple intelligences. New York: Basic Books. 1993. ISBN 978-0-465-02510-7. OCLC 221932479.
5.         https://en.wikipedia.org/wiki/Intelligence.



*******

No comments:

Post a Comment

Yoga Day Meditation at Home