Sunday, March 1, 2020

अवधान की विशेषताएँ

परिभाषा
          उद्दीपकों के एक समूह में से कुछ उद्दीपकों को चुनने की प्रक्रिया को आमतौर पर अवधान कहा जाता है (NCERT, XI)

          ऐसी स्थिति जिसमें व्यक्ति के संज्ञानात्मक संसाधन पर्यावरण के कुछ विशिष्ट पहलुओं पर ही केंद्रित होते हैं और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र उद्दीपकों के प्रति प्रतिक्रिया करने की तत्परता की स्थिति में होता है (एपीए)

          संक्षेप में, किसी विशिष्ट उद्दीपक के प्रति केंद्रित जागरूकता की स्थिति को अवधान कहा जाता है।

अर्थ
          संवेदी या मनोवैज्ञानिक इनपुट के प्रति की जाने वाली प्रतिक्रिया के लिए संज्ञानात्मक संसाधनों को इकट्ठा करने में लगने वाले श्रम को अवधान कहा जाता है।

          साधारण शब्दों में, बाहरी या आंतरिक उद्दीपकों के लिए स्वैच्छिक या अनैच्छिक रूप से ध्यान देने की प्रक्रिया।

विशेषताएँ
          अवधान संज्ञान (Cognition) का घटक होता है और कुछ मनोवैज्ञानिक तो इसे संज्ञान से पूर्व की प्रक्रिया/अवस्था मानते हैं।
1.       अवधान एक चयनात्मक प्रक्रिया है।
2.       प्रयत्क्षण अवधान का ही परिणाम होता है।
3.       अवधान लक्ष्य-निर्देशित या उद्दीपक-प्रेरित हो सकता है (Yantis, 1993)
4.       संवेदी या मानसिक घटनाओं पर एकाग्रता (Solso, 2006) अवधान के लिए पूर्व शर्त होती है।
5.       ध्यान एक गतिशील और मोबाइल मानसिक प्रक्रिया होती है।
6.       यह सभी-या-कोई नहीं सिद्धांत पर काम करता है यानी या तो हम किसी उद्दीपक पर पूरा ध्यान देता हैं या फिर बिलकुल भी नहीं। अर्थात अवधान आधा-अधूरा नहीं होता।
7.    उद्दीपक की विशेषताओं के आधार पर अवधान एक उद्दीपक से दूसरे उद्दीपक की और स्थानांतरित होता रहता है।
8.       अवधान व्यक्ति की मानसिक स्थिति और अन्य मनोवैज्ञानिक चरों पर भी निर्भर करता है।
9.       अवधान एक ऐसी व्यक्तिपरक और अमूर्त घटना होती है जिसके परिणाम वस्तुनिष्ठ होते हैं।
10.     अवधान प्रक्रिया जागरूकता से निकटता से संबंधित होती है।
11.     उद्दीपक की प्रकृति के आधार पर अवधान आकर्षित करने वाला या प्रतिकारक भी हो सकता है।
12.     रूचि अवधान के प्रमुख निर्णायक कारकों में से एक होता है। 
13.     इसकी अवधि लक्ष्यों की पूर्ति तक ही सीमित होती है।
14.     इसकी प्रकृति गतिशील होती है जिसमे मोटर समायोजन (Motor adjustment) की आवश्यकता होती है।
15.     अवधान उद्देश्यपूर्ण होता है जो मनो-जैविक आवश्यकताओं द्वारा निर्देशित होता है।
16.   अवधान के तीन प्रमुख घटक होते हैं अर्थात् संज्ञानात्मक (Cognitive), इच्छा-शक्ति संबंधी (Conative) और भावात्मक (Affective) 

सन्दर्भ:
1.       NCERT, XI Psychology Text book.
2.       Solso, R. L. (2006). Cognitive Psychology. New Delhi: Pearson India.



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